उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा पेट परीक्षा 2025 के लिए जल्द ही एडमिट कार्ड (Admit Card) जारी करेगा | यूपीएसएसएससी द्वारा पेट परीक्षा का आयोजन 6 व 7 सितंबर 2025 को 2 पालियों मे किया जाना है | प्रवेश पत्र डाउनलोड करने के लिए परीक्षार्थी को आयोग की ऑफिसियल वेबसाईट पर विज़िट करना होगा व अपना ओटीआर नंबर या Registration No द्वारा परीक्षा प्रवेश पत्र डाउनलोड करना होगा |
UP PET Exam City Intimation 2025
अभ्यर्थी अपने पंजीकरण नंबर और जन्म तिथि से लॉगिन कर परीक्षा शहर देख सकते हैं। ध्यान रहे, यह स्लिप केवल शहर की जानकारी देती है; परीक्षा केंद्र का विस्तृत पता और रिपोर्टिंग समय एडमिट कार्ड में मिलेगा |
लेखपाल, जिन्हें कई राज्यों में पटवारी, पटेल, या कारनाम अधिकारी के नाम से भी जाना जाता है, राजस्व विभाग में एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। वे ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार के प्रत्यक्ष प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हैं और भूमि-संबंधी सभी मामलों के लिए प्राथमिक रूप से जिम्मेदार होते हैं। एक लेखपाल का पद सीधे तौर पर गाँव की जनता से जुड़ा होता है, जो उन्हें प्रशासन का एक सुलभ और महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है।
चकबंदी क्या होता है ?
चकबंदी वह विधि है, जिसके माध्यम से खेती की भूमि को विभाजित होने से प्रतिबंधित किया जाता है, तथा भूमि के छोटे- छोटे टुकड़ो को एक साथ सम्मिलित किया जाता है, भारत में छोटे खेतों के कारण किसानों की कार्य क्षमता में कमी आती है | इसके विपरीत बड़े खेतों में कृषक के लिए नवीनतम कृषि यंत्रों का प्रयोग करना सरल हो जाता है, जिससे उसकी कार्य क्षमता में अत्यधिक वृद्धि होती है, बड़े खेतों में बदलने पर छोटे खेतों को विभाजित करने में उपयोग की गई मेड़ों की संख्या कम हो जाती है, जिससे मेड़ो में उपयोग की गई भूमि का भी कृषि कार्य के उपयोग में आ जाती है, इस पेज पर चकबंदी लेखपाल के कार्य एवं चकबंदी के नियम और चकबंदी की शिकायत करनें के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान कर रहे है |
लेखपाल के मुख्य कार्य और जिम्मेदारियाँ
भूमि अभिलेखों का रखरखाव: लेखपाल का सबसे प्रमुख कार्य अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले एक या एक से अधिक गाँवों की भूमि का संपूर्ण लेखा-जोखा रखना है। इसमें खसरा (खेत का नक्शा) और खतौनी (किसानों की भूमि का विवरण) रखना शामिल है।
भूमि का सीमांकन और स्थानांतरण: जब भी किसी भूमि की खरीद-फरोख्त या पारिवारिक बंटवारा होता है, तो लेखपाल की उपस्थिति में ही भूमि का सीमांकन और दाखिल-खारिज (mutation) का कार्य किया जाता है।
अतिक्रमण की रोकथाम: सरकारी या सार्वजनिक भूमि, जैसे तालाब, चारागाह, या बंजर भूमि पर किसी भी प्रकार के अवैध कब्जे की रिपोर्ट वे वरिष्ठ अधिकारियों को देते हैं और उसे हटाने में मदद करते हैं।
आपदा प्रबंधन: बाढ़, सूखा, ओलावृष्टि या अन्य प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में, लेखपाल फसलों के हुए नुकसान का आकलन करते हैं। उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही सरकार प्रभावित लोगों को मुआवजा और राहत सामग्री प्रदान करती है।
प्रमाण पत्र जारी करना: आय, जाति, और निवास प्रमाण पत्र जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया में लेखपाल की भूमिका अहम होती है। उनके सत्यापन के बाद ही ये प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं।
कृषि और पशु गणना: वे समय-समय पर होने वाली कृषि गणना और पशु गणना में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे सरकारी नीतियां बनाने के लिए सटीक आंकड़े मिलते हैं।
सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन: केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जाने वाली विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं, जैसे कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, को जमीनी स्तर पर लागू करने और पात्र लाभार्थियों की पहचान करने में लेखपाल मदद करते हैं।
राजस्व वसूली: भू-राजस्व और अन्य सरकारी देय की वसूली में भी लेखपाल सहयोग करते हैं।
राजस्व लेखपाल और चकबंदी लेखपाल में अंतर
राजस्व लेखपाल: ये राजस्व विभाग के स्थायी कर्मचारी होते हैं और इनका मुख्य कार्य भूमि के रिकॉर्ड का रखरखाव, दाखिल-खारिज, राजस्व वसूली और अन्य नियमित राजस्व संबंधी कार्यों का निष्पादन करना है।
चकबंदी लेखपाल: इनकी नियुक्ति चकबंदी विभाग में होती है और इनका मुख्य कार्य किसानों की छोटी-छोटी और बिखरी हुई जोतों (खेतों) को एक स्थान पर एकत्रित करके बड़े चक बनाना होता है। यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, चकबंदी लेखपाल का कार्य उस क्षेत्र में समाप्त हो जाता है।
FAQ
क्या पटवारी और लेखपाल एक ही पद हैं?
हाँ, मूल रूप से ये दोनों एक ही पद के नाम हैं। उत्तर प्रदेश में चौधरी चरण सिंह के कार्यकाल में ‘पटवारी’ का नाम बदलकर ‘लेखपाल’ कर दिया गया था। हालांकि, मध्य प्रदेश, राजस्थान और कुछ अन्य राज्यों में आज भी ‘पटवारी’ शब्द का ही प्रयोग होता है।
लेखपाल के लिए पदोन्नति के क्या अवसर हैं?
अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर एक लेखपाल को पदोन्नति के अवसर मिलते हैं। एक लेखपाल पदोन्नत होकर कानूनगो (राजस्व निरीक्षक) और उसके बाद नायब तहसीलदार के पद तक पहुँच सकता है।
Lekhpal Preparation Tips: किसी भी परीक्षा की तैयारी करने के लिए सबसे पहले अभियार्थी के पास एग्जाम को क्रैक करने की रणनीति होनी चाहिए | यदि आप लेखपाल एग्जाम की तैयारी सही प्रकार है तो आपको सर्वप्रथम उत्तर प्रदेश लेखपाल भर्ती के लिए एग्जाम पैटर्न, सिलेबस, सिलेक्शन प्रोसेस व आरक्षण के विषय में जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए |
बहुत साफ़ शब्दों में बात करे तो उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा लेखपाल भर्ती का आयोजन किया जाता है, जिसके लिए पेट परीक्षा के स्कोर कार्ड के आधार पर लेखपाल परीक्षा के मुख्य चरण में परीक्षा आयोजित की जाती है |
लिखित परीक्षा के समाप्त हो जाने के बाद आपको, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए निमंत्रित किया जाता है |
लेखपाल लिखित परीक्षा की तैयारी कैसे करे ?
एग्जाम पैटर्न व सिलेबस
इसके लिए आपको लेखपाल भर्ती विज्ञापन से ऑफिसियल सिलेबस व एग्जाम पैटर्न का प्रिंटआउट निकालकर अपनी दीवार पर चिपका लेना चाहिए | इससे आपको भली प्रकार से सिलेबस कंठस्थ हो जाएगा व तैयारी करने में भी आपको आसानी होगी |
कोचिंग व सेल्फ स्टडी
यदि सिलेबस देखकर आपको लगता है कि आप स्वयं अपनी मदद से इसे करने में संभव नहीं है तो आप स्थानीय या ऑनलाइन लेखपाल कोचिंग का सहारा ले सकते है | यह सुविधा आपको घर बैठे बैठे भी उपलब्ध है व आप चाहे तो पास की कोचिंग में लेखपाल भर्ती के लिए तैयारी कर सकते है |
साथ ही, आप सेल्फ स्टडी के माध्यम से भी लेखपाल परीक्षा की तैयारी कर सकते है | इसके लिए आपको जो भी बेसिक संसधनों की जरुरत होगी, वह भी आपको स्थानीय रूप से मिल जाएगा |
पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र
यदि आपने सिलेबस का अध्ययन कर लिया है तो अब बारी आती है आपके अभ्यास की | इसके लिए आप ऑनलाइन मॉक टेस्ट या टेस्ट सीरीज भी ज्वाइन कर सकते है या आप मार्किट से पिछले वर्ष के क्वेश्चन पेपर खरीदकर घर बैठे भी प्रश्न पत्रों को हल करने का प्रयास कर सकते है |
ऐसा करने से आपको परीक्षा में प्रश्न पत्र का फॉर्मेट देखकर हैरानी नहीं होगी, अपितु आपको प्रश्न पत्र हल करना बेहद ही आसान लगेगा |
ग्रुप स्टडी
यदि आप अकेले लेखपाल की तैयारी करने में सक्षम नहीं है तो आप अपना स्थानीय ग्रुप बनाकर भी ग्रुप स्टडी का लाभ ले सकते है | ऐसी परीक्षा में ज्यादातर लोग यही करते है और हमेशा आपस में ग्रुप डिस्कशन की सहायता से अपने लक्ष्य को हासिल करते है |
टाइम टेबल अथवा समस्य सारणी
किसी भी परीक्षा को क्रैक करने के लिए टाइम टेबल बेहद ही महत्वपूर्ण है | इसकी मदद से आपको कौन सा विषय किस टाइम और कब पढ़ना है, इसके बारे में पूरी जानकारी रहती है और साथ ही पढाई में भी अनुशासन बना रहता है | टाइम टेबल का कोई फॉर्मेट नहीं है, यह सभी अभियार्थी के लिए अलग अलग हो सकता है |
अनुशासन
चाहे लेखपाल की परीक्षा हो या कोई ओर, अनुशासन हर तरह की परीक्षा के लिए जरूरी होता है | इसके लिए आपको चाहे पढाई में मन लगे, या न लगे आपको पढाई करनी ही होगी | किसी भी परीक्षा के चरण में अनुशासन बहुत ही महत्वपूर्ण है |
यूपी लेखपाल सैलरी स्लिप: UPSSSC PET द्वारा चयनित अभियार्थी को लेखपाल के रूप में राज्य सरकार द्वारा अच्छी सैलरी, भत्ता व सुविधा प्रदान की जाती है | इसके साथ ही समय समय पर केंद्र सरकार द्वारा वेतन आयोग भी लागू किये जाते है, जिसका लाभ केंद्र के साथ साथ राज्य सरकार के कर्मचारी को भी मिलता है | उत्तर प्रदेश लेखपाल के रूप में आपको सरकार द्वारा कितना मासिक वेतन, जिसमे से कितना Salary in Hand होगा व सुविधा क्या रहेगी, इस लेख के माध्यम से आपको अवचेतन कराया जाएगा |
उत्तर प्रदेश लेखपाल सैलरी 2025
राजस्व परिषद द्वारा लेखपाल का वेतनमान रूपये 5200-20200 ग्रेड वेतन 2000 निर्धारित किया गया है, जोकि 7 वे वेतन आयोग के बाद वेतन में 30 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है | वेतन को प्रति वर्ष बैंड 1S-4S के अनुसार, जैसे जैसे लेखपाल पद में पदोन्नति होगी , वैसे वैसे लेखपाल का वेतन भी बढ़ा दिया जाएगा |
लेखपाल वेतन (6वें सीपीसी कमीशन के बाद )
वेतन बैंड के प्रकार
6वां सीपीसी (केन्द्रीय वेतन आयोग)
1एस – 1-8
5200 रुपये – 20210 रुपये
2एस – 9-15
9300 रुपये – 34800 रुपये
3एस – 16-23
15,600 रुपये – 39,100 रुपये
4एस – 24-30
37,400 रुपये – 67,000 रुपये
लेखपाल वेतन (7वें सीपीसी कमीशन के बाद )
वेतन बैंड के प्रकार
7वां सीपीसी (केन्द्रीय वेतन आयोग)
1एस – 1-8
15,000 रुपये – 60,000 रुपये
2एस – 9-15
30,000 रुपये – 1,00,000 रुपये
3एस – 16-23
50,000 रुपये – 1,50,000 रुपये
4एस – 24-30
1,00,000 रुपये – 2,00,000 रुपये
लेखपाल सैलरी स्ट्रक्चर (तालिका)
भत्ते विवरण
राशि
पे बैंड (7वां वेतन आयोग)
1S – स्तर 1 से 8
₹15,000 – ₹60,000
2S – स्तर 9 से 15
₹30,000 – ₹1,00,000
3S – स्तर 16 से 23
₹50,000 – ₹1,50,000
4S – स्तर 24 से 30
₹1,00,000 – ₹2,00,000
वेतन (इन-हैंड)
₹15,000 – ₹60,000 + ग्रेड पे ₹2,000
महंगाई भत्ता (डीए)
₹6,076 (मूल वेतन का 28%)
मकान किराया भत्ता (एचआरए)
₹2,000 – ₹4,000
यात्रा भत्ता (टीए)
₹1,500 – ₹3,000
भविष्य निधि कटौती (मूल वेतन का 10%)
₹2,170
लेखपाल को मिलने वाला भत्ता व सुविधाएं
मुख्य रूप से लेखपाल का कार्य ग्रामीण क्षेत्रो से सम्बंधित होता है जिसके लिए एक जगह से दूसरी जगह जाना होता है | ऐसे में सभी कर्मचारी अपना कार्य सुचारु रूप से करे, राज्य सरकार लेखपाल को भत्ते व सुविधा निम्न प्रकार से प्रदान करती है : –
घर किराया भत्ता (HRA)
यात्रा भत्ता (Travel Allowances)
चिकित्सा सुविधा (Medical Allowances)
पेंशन (Employee Pension)
उत्तर प्रदेश प्रमोशन (पदोन्नति)
लेखपाल पर भर्ती होने के बाद आपको राज्य सरकार द्वारा समय समय पर नियमनुसार पदों में उन्नति प्रदान की जाती है | इसके लिए लेखपाल की सर्विस बुक को ध्यान रखा जाता है |
लेखपाल पद से पदोन्नति होने के बाद कानूनगो, नायब तहसीलदार, तहसीलदार व एसडीएम पद तक जा सकते है | प्रमोशन होने के साथ साथ लेखपाल का वेतन भी पद के अनुसार बढ़ा दिया जाता है जिससे भत्ते व सरकारी सुविधाओं में भी वृद्धि हो जाती है |
लेखपाल जॉब प्रोफाइल
लेखपाल बनने के बाद आपको निम्न कार्य राज्य सरकार के लिए करने होते है : –
लेखपाल परीक्षा के लिए पात्रता अलग अलग राज्य में अधीनस्थ आयोग द्वारा तय किया जाता है, जिसकी वजह से विभिन्न प्रदेशो में लेखपाल भर्ती परीक्षा योग्यता मानक भी अलग होते है | यदि आप ऐसे में लेखपाल बनने का सपना देखते है तो आपको पहले तय करना होगा कि आप किस राज्य की लेखपाल भर्ती परीक्षा में आवेदन करना चाहते है | दिए गए लेख में आपको उत्तर प्रदेश में लेखपाल कैसे बन सकते है, जिसमे योग्यता के रूप में क्वालिफिकेशन, आयु सीमा, मूल निवास प्रमाण पत्र, आरक्षण सहित अन्य बिंदुओं पर भी बताया जाएगा |
योग्यता
यदि पात्रता की बात करे तो लेखपाल बनने के लिए आपको निम्न आहर्ता को पूरा करना होगा : –
आयु सीमा: उत्तर प्रदेश में लेखपाल पद के लिए निर्धारित उम्र सीमा 18 से 40 वर्ष है, ऐसे केवल मूल निवासी ही आरक्षण प्रक्रिया का लाभ ले सकते है |
क्वालिफिकेशन: यदि आप बारवीं (12वीं) कक्षा या समकक्ष शैक्षणिक योग्यता रखते है तो आप लेखपाल बनने के लिए उपयुक्त है |
कंप्यूटर सर्टिफिकेट: लेखपाल भर्ती परीक्षा के लिए कोई सीसीसी सर्टिफिकेट की जरुरत नहीं है | अधिक जानकारी के लिए लेखपाल का नवीनतम नोटिफिकेशन देखे
लेखपाल सिलेबस व एग्जाम फॉर्मेट
विषय
प्रश्ननो की संख्या
निर्धारित अंक
समय-अवधि
सामान्य हिंदी
25
25
02 घंटा (120 मिनट)
गणित
25
25
सामान्य ज्ञान
25
25
ग्राम्य समाज एवं विकास
25
25
कुल
100
100
लेखपाल बनने के लिए आपको दिए गए विषयो का परीक्षा के अनुसार अध्ययन करना होगा | इसके लिए आपको अपने राज्य आयोग के द्वारा परीक्षा का सिलेबस व प्रारूप स्वयं देखना होगा |
उपरोक्त में दिया गया फॉर्मेट उत्तर प्रदेश लेखपाल भर्ती परीक्षा के लिए है |
प्रथम चरण: इसके लिए आपको आयोग द्वारा निर्धारित योग्यता परीक्षा UPSSSC PET को पास करना होता है, जिसके बाद आपके स्कोर कार्ड के आधार प्रथम चरण में अभियार्थी को क्वालीफाई किया जाता है |
द्वितीय चरण : प्रथम चरण के बाद, आयोग द्वारा आयोजित मुख्य परीक्षा में आवेदन करना होगा और उसमे उत्तीर्ण होना होगा | इस परीक्षा के उपरान्त ही आपको पद के लिए नियुक्त जाता है |
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन
परीक्षा में उतीर्ण अभियार्थियो को अपने परीक्षा फॉर्म के अनुसार सभी डॉक्यूमेंट का सत्यापन कराना होगा, इसके बाद ही आयोग द्वारा आपको अगले चरण, जिसमे ट्रेनिंग के लिए अभियार्थी को अकादमी में भेजा जाता है |
ट्रेनिंग
लिखित परीक्षा में पारित होने बाद आपको लेखपाल के कार्य के लिए प्रशासन द्वारा ट्रेनिंग दी जायेगी, इसके बाद ही आप लेखपाल पद के लिए सेवा में नियुक्त किया जाएगा |
इसके साथ ही अब आप दी गयी जानकारी का लाभ उठाकर, लेखपाल बनने के अपने सपने को पूरा कर सकते है | यदि यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो, कृपया सोशल मीडिया चैनल के माध्यम से शेयर करे |
FAQ
लेखपाल बनने के लिए न्यूनतम योग्यता क्या है?
मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं (इंटरमीडिएट) उत्तीर्ण।
लेखपाल भर्ती के लिए आयु सीमा कितनी है?
18 से 40 वर्ष (आरक्षित वर्गों को छूट अलग से)।
क्या PET (Preliminary Eligibility Test) देना जरूरी है?
हां, PET अनिवार्य है।
PET के बाद कौन-सा एग्जाम देना होता है?
PET के स्कोर के आधार पर मुख्य (Mains) परीक्षा के लिए बुलाया जाता है।
लेखपाल परीक्षा में कितने विषय होते हैं?
कुल 4 विषय– हिंदी, गणित, सामान्य ज्ञान, ग्रामीण विकास व समाज।
परीक्षा में कुल कितने प्रश्न आते हैं?
100 बहुविकल्पीय प्रश्न।
परीक्षा का समय कितना मिलता है?
2 घंटे (120 मिनट)।
क्या निगेटिव मार्किंग है?
हां, हर गलत उत्तर पर 0.25 अंक कटते हैं।
क्या इंटरव्यू भी होता है?
नहीं, इंटरव्यू नहीं होता।
लिखित परीक्षा किस भाषा में होती है?
हिंदी या अंग्रेज़ी (उत्तर पुस्तिका में विकल्प मिलते हैं)।
लेखपाल की मुख्य जिम्मेदारी क्या है?
जमीन का रिकॉर्ड रखना, राजस्व वसूली, किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना।
UP Lekhpal Syllabus: अगर आप UP Lekhpal की भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को समझना आपके लिए पहला कदम होना चाहिए। यह जानकारी आपकी मेहनत को सही दिशा देगी और आपको आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने में मदद करेगी। इस लेख में हमने UP Lekhpal के सिलेबस और एग्जाम पैटर्न को बहुत ही आसान और विस्तृत तरीके से बताया है, ताकि आप बिना किसी परेशानी के अपनी तैयारी शुरू कर सकें और सफलता की ओर बढ़ सकें।
आसानी के लिए आप दी गयी लेखपाल परीक्षा प्रारूप व पाठ्यक्रम का प्रिंटआउट लेकर अपनी दीवार पर भी चिपका सकते है, इससे आपको परीक्षा की तैयारी करते समय काफी आसानी होगी व परीक्षा तैयारी की दिशा भी सही रहेगी |
UP Lekhpal Syllabus 2025
UPSSSC लेखपाल परीक्षा के सिलेबस के रूप में आपको 4 विषयो के अंतर्गत ही सवाल पूछे जायेगे, जिसकी जानकारी हमने विषयनुसार आप तक साझा की है : –
सामान्य हिंदी (General Hindi)
रस
अलंकार
समास
पर्यायवाची
विलोम
तत्सम एवं तद्भव
वाक्यांशों के लिए शब्द निर्माण
लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे
वर्तनी
वाक्य
सन्धियाँ
लिंग
वचन
कर
त्रुटि से संबंधित अनेकार्थी शब्द
गणित (Math)
संख्या प्रणाली
प्रतिशत
लाभ हानि
आंकड़े
तथ्यों का वर्गीकरण
आवृत्ति
आवृति वितरण
तालिका बनाना
संचयी आवृत्ति
तथ्यों का निर्माण
बार चार्ट
पाई चार्ट
हिस्टोग्राम
आवृत्ति बहुभुज
केंद्रीय माप: समानांतर माध्य, माध्यिका और बहुलक
एलसीएम और एचसीएफ
LCM और HCF के बीच संबंध
युगपत समीकरण
द्विघातीय समीकरण
कारकों
क्षेत्र प्रमेय
त्रिभुज एवं पाइथागोरस प्रमेय
आयत और वर्ग
समलंब
समांतर चतुर्भुज का परिमाप और क्षेत्रफल
वृत्त की परिधि एवं क्षेत्रफल
सामान्य ज्ञान (General Knowledge)
सामान्य विज्ञान
राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व के समसामयिक घटनाक्रम
भारतीय इतिहास
स्वतंत्रता आंदोलन
भारतीय राजनीति और अर्थशास्त्र
विश्व भूगोल एवं जनसंख्या
भारत की वित्तीय, सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक संस्थाओं से विभिन्न विषय
भारत की भौतिक/पारिस्थितिकी
आर्थिक, सामाजिक और जनसांख्यिकीय मुद्दे
ग्रामीण विकास एवं ग्रामीण समाज (Village Development and Society)
ग्रामीण प्रशासन- राजस्व के घटक एवं कार्य
राजस्व प्रशासन – घटक एवं कार्य
ग्रामीण विकास के लिए योजना – जिला योजना मशीनरी
जिला नियोजन तंत्र में 1992 के बाद के सुधार
जन भागीदारी और एनजीओ की भूमिका
भारतीय ग्रामीण समाज- प्रकृति एवं विशेषताएँ
भारतीय समाज के कारक
कमजोर वर्गों की समस्याएं – अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति
यदि आप उत्तर प्रदेश लेखपाल परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो गणित के सिलेबस को समझना बहुत जरूरी है। यूपी लेखपाल गणित सिलेबस में अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति, और डेटा इंटरप्रिटेशन जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर, अंकगणित में प्रतिशत (Percentage) से संबंधित प्रश्न आते हैं, जैसे कि किसी वस्तु की कीमत में 20% की छूट के बाद अंतिम मूल्य निकालना। इसके अलावा, ज्यामिति में त्रिभुज और वृत्त के क्षेत्रफल (Area of Triangle and Circle) से जुड़े सवाल भी पूछे जाते हैं। हमने इस लेख द्वारा आपको परीक्षा में गणित सेक्शन में पूछे जाने वाले सवाल के उदहारण (Sample Questions) भी दिए गए है |
उत्तर प्रदेश लेखपाल गणित टॉपिक
1. संख्या प्रणाली (Number System)
प्राकृतिक संख्याएँ, पूर्णांक, अभाज्य और सम संख्याएँ, गुणनखंड, विभाज्यता के नियम।
Q: 54 को किन दो अभाज्य संख्याओं से विभाजित किया जा सकता है? उत्तर: 2 और 3
2. प्रतिशत (Percentage)
किसी संख्या का प्रतिशत निकालना, बढ़ोत्तरी/घटौती में प्रतिशत, अनुपात।
Q: 250 का 20% क्या होगा? उत्तर: 50
3. लाभ-हानि (Profit & Loss)
लाभ, हानि, लागत मूल्य, विक्रय मूल्य, प्रतिशत में लाभ-हानि।
Q: 100 रु. की वस्तु 120 रु. में बेचने पर लाभ प्रतिशत क्या होगा? उत्तर: 20% लाभ
4. आंकड़े (Statistics) एवं तथ्यों का वर्गीकरण (Classification of Data)
UP Lekhpal परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए, ‘ग्राम विकास एवं ग्रामीण समाज’ एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। यह खंड न केवल आपके ज्ञान का परीक्षण करता है, बल्कि ग्रामीण भारत की आपकी समझ को भी परखता है। इस लेख में, हम UP Lekhpal के लिए ‘ग्राम विकास एवं ग्रामीण समाज’ के पूरे पाठ्यक्रम को विस्तार से जानेंगे और प्रत्येक विषय पर आधारित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों और उनके उत्तरों पर भी चर्चा करेंगे।
यूपी लेखपाल ग्राम विकास एवं ग्रामीण समाज टॉपिक
1. ग्रामीण प्रशासन – राजस्व के घटक एवं कार्य
ग्रामीण प्रशासन का मूल दायित्व भूमि राजस्व का सही निर्धारण एवं संग्रह है।
प्रमुख घटक – पटवारी/लेखपाल, कानूनगो, तहसीलदार, उप-जिलाधिकारी।
मुख्य कार्य – जमाबंदी तैयार करना, खसरा-गिर्दावरी, बटाईदार-पंजीकरण, वरासत प्रविष्टि, राजस्व वसूली, भू-सर्वेक्षण तथा राहत वितरण।
Example
पटवारी द्वारा तैयार की जाने वाली वार्षिक भूमि-दस्तावेज़ रिपोर्ट को क्या कहते हैं? a) वरासत रजिस्टर b) खतौनी c) खसरा-गिर्दावरी d) जमाबंदी उत्तर: c) खसरा-गिर्दावरी
राजस्व न्यायालयों की प्रथम अपीलीय संस्था कौन-सी है? उत्तर: उप-जिलाधिकारी (SDM)
2. राजस्व प्रशासन – घटक एवं कार्य
राजस्व प्रशासन राज्य सरकार का एक स्तंभ है जो आय-संग्रह व भूमि-अधिकार से जुड़ा है।
घटक – राजस्व परिषद, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, लेखपाल।
कार्य – भू-राजस्व निर्धारण, स्टाम्प शुल्क वसूली, आपदा राहत, भूमि सुधार, भू-वाद निस्तारण, सरकारी भूमि संरक्षण।
Example
भू-राजस्व की अंतिम गणना किस स्तर पर अनुमोदित होती है? उत्तर: राजस्व परिषद (बोर्ड ऑफ़ रेवेन्यू)
तहसील स्तर पर राजस्व अभिलेखों का संरक्षक कौन होता है? a) कानूनगो b) नायब तहसीलदार c) तहसीलदार d) लेखपाल उत्तर: c) तहसीलदार
3. ग्रामीण विकास के लिए योजना – जिला योजना मशीनरी
जिला योजना समिति 74वाँ संविधान संशोधन के तहत गठित इकाई है, जो जिला-स्तरीय विकास योजनाएँ तैयार करती है।
संरचना – निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष (अध्यक्ष), जिलाधिकारी (सदस्य-सचिव), सांसद/विधायक, नगरीय निकाय प्रतिनिधि।
कार्य – स्थानीय आवश्यकताएँ आँकलन, संसाधन आबंटन, सेक्टर-वार प्राथमिकता तय करना।
Example
जिला योजना समिति की अध्यक्षता कौन करता/करती है? उत्तर: जिला पंचायत अध्यक्ष
किस अनुच्छेद के तहत जिला योजना समिति का उल्लेख है? उत्तर: अनुच्छेद 243 ZD
4. जिला नियोजन तंत्र में 1992 के बाद के सुधार
1992 के 73वाँ-74वाँ संशोधनों ने पंचायती राज को संवैधानिक दर्जा दिया।
वित्त आयोग की अनिवार्यता, ग्राम सभा का शक्तिकरण, सीधे चुनाव, महिला व आरक्षित वर्गों के लिए आरक्षण।
योजना प्रक्रिया: जरूरत-आधारित ‘बॉटम-अप’ नियोजन, सामाजिक लेखा परीक्षा, ई-गवर्नेंस (PLANPlus, ActionSoft)।
Example
73वाँ संशोधन के बाद पंचायतों को कुल कितने विषय 11वीं अनुसूची में सौंपे गये? उत्तर: 29 विषय
सामाजिक लेखा परीक्षा की वैधानिक ज़िम्मेदारी किस संस्था पर है? उत्तर: ग्राम सभा
5. जन भागीदारी और NGO की भूमिका
जनभागीदारी में समुदाय स्वयं विकास प्रक्रिया का भागीदार बनता है; NGO सेतु का कार्य करते हैं।
भूमिकाएँ – क्षमता संवर्धन, माइक्रो-प्लान तैयार करना, निगरानी, महिला-स्व-सहायता समूहों को संगठित करना।
सफल उदाहरण – जलागम (उत्तराखण्ड), स्वयं सहायता समूह (तेलंगाना), स्वजलधारा।
Example
SHG-बैंक लिंकेज कार्यक्रम का क्रियान्वयन किन दो संस्थाओं के बीच साझेदारी का उदाहरण है? उत्तर: NGO/संख्या-बैंक एवं NABARD
सामाजिक निरीक्षण (Social Audit) की अध्यक्षता किसके द्वारा होती है? उत्तर: ग्राम सभा द्वारा चुनी गई स्वतंत्र टीम/सदस्य
6. भारतीय ग्रामीण समाज – प्रकृति एवं विशेषताएँ
पारिवारिक-व्यवस्था मुख्यतः संयुक्त, कृषि-आधारित अर्थव्यवस्था, जाति-आधारित स्तरीकरण, आस्था-केन्द्रित जीवन।
समुदायपरक निर्णय प्रणाली तथा परस्पर निर्भरता।
Example
ग्रामीण भारत में सामाजिक नियंत्रण की मौलिक ईकाई क्या है? उत्तर: परिवार/जाति पंचायत
‘लोक संस्कृति’ (Folk Culture) किस समाज का अंग मानी जाती है? उत्तर: ग्रामीण समाज
7. भारतीय समाज के कारक
भारतीय समाज को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक – धर्म, जाति, भाषा, क्षेत्रीयता, लिंग, अर्थव्यवस्था।
बहुलवाद एवं सहिष्णुता इसकी विशेष पहचान।
Example
‘भूतकाल-संचित धर्म’ (Cumulative Traditions) को किस समाजशास्त्री ने भारतीय समाज का आधार बताया? उत्तर: आर.के. मुखर्जी
8. कमजोर वर्गों की समस्याएँ – अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति
भूमि-वंचना, शिक्षा-स्वास्थ्य में पिछड़ापन, सामाजिक भेदभाव, विस्थापन।
समाधान – अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, वनाधिकार अधिनियम 2006, आरक्षण, विशेष केन्द्रीय सहायता (SCA), ट्राइफेड।
Example
वन अधिकार अधिनियम के तहत अधिकतम व्यक्तिगत भू-अधिकार सीमा कितनी है? उत्तर: 4 हे॰
9. ग्रामीण संस्थागत प्रणालियाँ – धार्मिक एवं सहयोग
धार्मिक संस्थाएँ – मंदिर-मठ, दरगाह, गुरुद्वारा; सामाजिक एकता एवं दान।
सहकारी संस्थाएँ – किसान सेवा सहकारी समिति (PACS), दुग्ध सहकारी (AMUL मॉडल), ग्रामीण बैंक।
Example
सर्वप्रथम सहकारी कानून भारत में कब पारित हुआ? उत्तर: 1904
10–12. ग्रामीण सामाजिक परिवर्तन
a) संस्कृतिकरण (Sanskritization) – निम्न जाति द्वारा उच्च वर्ण की जीवन शैली अपनाना (एम.एन. श्रीनिवास)। b) पश्चिमीकरण – पाश्चात्य शिक्षा, प्रौद्योगिकी, वैधानिक संस्था-प्रगति। c) आधुनिकीकरण – विज्ञान-आधारित दृष्टिकोण, नगरीकरण, सूचना तकनीक का प्रयोग।
Example for (संस्कृतिकरण)
संस्कृतिकरण प्रक्रिया में किसे ‘Reference Group’ कहा जाता है? उत्तर: उच्च जातियाँ/वर्ण
Example for (पश्चिमीकरण)
अंग्रेजी शिक्षा के आगमन ने भारत में किस परिवर्तन को तीव्र किया? उत्तर: पश्चिमीकरण
13. ग्रामीण रोजगार के स्रोत
कृषि एवं पशुपालन, कुटीर उद्योग (हथकरघा, शहद-पालन), मनरेगा, ग्रामीण पर्यटन, सूक्ष्म-उद्यम (PMEGP)।
Example
मनरेगा में प्रत्येक परिवार को न्यूनतम कितने दिन का रोजगार सुनिश्चित है? उत्तर: 100 दिन
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना का लक्ष्य किस आयु-समूह को कौशल प्रदान करना है? उत्तर: 15–35 वर्ष
15. ग्राम विकास के लिए राज्य सरकार (उत्तर प्रदेश) की योजनाएँ
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, एक जनपद एक उत्पाद (ODOP), किसान उदय योजना, मुख्यमंत्री जल जीवन मिशन प्लस, उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क योजना आदि |
Example
‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है? a) कृषि यंत्रीकरण b) पारम्परिक उत्पादों का ब्रांड-विकास c) ग्रामीण रोजगार गारंटी d) पंचायत भवन निर्माण उत्तर: b) पारम्परिक उत्पादों का ब्रांड-विकास
आज हम सामान्य ज्ञान के सिलेबस को बहुत ही आसान और दोस्ताना अंदाज़ में समझेंगे। मैं आपको हर टॉपिक की बारीकी से जानकारी दूंगा और साथ में कुछ सैंपल (Example) सवाल भी होंगे ताकि आपको अंदाज़ा हो कि परीक्षा में किस तरह के प्रश्न आ सकते हैं। चलिए, बिना देर किए शुरू करते हैं |
यूपी लेखपाल सामान्य ज्ञान टॉपिक
1. सामान्य विज्ञान (General Science)
इस सेक्शन में आपको कोई रॉकेट साइंस नहीं पढ़नी! यहाँ बस रोज़मर्रा की जिंदगी से जुड़े विज्ञान के बेसिक सवाल पूछे जाते हैं। भौतिकी, रसायनशास्त्र, और जीवविज्ञान की बुनियादी बातें, जैसे कि हमारे आसपास की चीज़ें कैसे काम करती हैं, इस पर ध्यान दें।
उदाहरण प्रश्न: नींबू में कौन सा अम्ल पाया जाता है?
(a) एसिटिक अम्ल
(b) साइट्रिक अम्ल
(c) टार्टरिक अम्ल
(d) लैक्टिक अम्ल
उत्तर: (b) साइट्रिक अम्ल
टिप: स्कूल की पुरानी किताबें (NCERT) पढ़ लें, खासकर 6वीं से 10वीं तक की साइंस की।
2. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समसामयिक घटनाएँ (Current Affairs)
यह हिस्सा आपकी जागरूकता को परखता है। आपको देश-दुनिया में क्या हो रहा है, इसकी खबर रखनी होगी। जैसे कि हाल में कौन सा बड़ा इवेंट हुआ, कोई नई सरकारी योजना आई, या कोई अवॉर्ड किसने जीता।
उदाहरण प्रश्न: 2023 में G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी किस देश ने की?
(a) ब्राजील
(b) इंडोनेशिया
(c) भारत
(d) दक्षिण अफ्रीका
उत्तर: (c) भारत
टिप: रोज़ाना अखबार पढ़ें (जैसे द हिंदू या दैनिक जागरण) और महीने की मैगज़ीन (जैसे प्रतियोगिता दर्पण) से रिवीजन करें।
3. भारतीय इतिहास (Indian History)
यहाँ आपको भारत के अतीत की कहानियाँ पढ़नी होंगी। प्राचीन काल (सिंधु घाटी सभ्यता, हड़प्पा), मध्यकाल (मुगल, दिल्ली सल्तनत), और आधुनिक इतिहास (ब्रिटिश शासन) तक सब कुछ कवर करें।
उदाहरण प्रश्न: बौद्ध धर्म की पवित्र पुस्तक ‘त्रिपिटक’ किस भाषा में लिखी गई है?
(a) संस्कृत
(b) प्राकृत
(c) पालि
(d) अपभ्रंश
उत्तर: (c) पालि
टिप: NCERT की इतिहास की किताबें (6वीं से 12वीं) और लूसेंट की GK बुक इस टॉपिक के लिए बेस्ट हैं।
4. स्वतंत्रता संग्राम (Freedom Struggle)
भारत की आज़ादी की लड़ाई इस सेक्शन का दिल है। 1857 की क्रांति से लेकर 1947 तक की मुख्य घटनाएँ, आंदोलन (जैसे सविनय अवज्ञा, भारत छोड़ो), और नेताओं (गांधीजी, नेहरू, भगत सिंह) के योगदान को अच्छे से पढ़ें।
उदाहरण प्रश्न: गांधी-इरविन समझौता किस साल हुआ था?
(a) 1930
(b) 1931
(c) 1932
(d) 1929
उत्तर: (b) 1931
5. भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था (Indian Polity and Economy)
यहाँ भारतीय संविधान, मौलिक अधिकार, सरकार की संरचना (राष्ट्रपति, संसद, सुप्रीम कोर्ट), और पंचायती राज जैसी चीज़ों पर सवाल आते हैं। साथ ही, अर्थव्यवस्था के बेसिक कॉन्सेप्ट्स जैसे GST, बजट, और नीति आयोग भी शामिल हैं।
उदाहरण प्रश्न: भारतीय संविधान में ‘एकल नागरिकता’ की अवधारणा किस देश से ली गई है?
(a) संयुक्त राज्य अमेरिका
(b) ब्रिटेन
(c) कनाडा
(d) आयरलैंड
उत्तर: (b) ब्रिटेन
टिप: एम. लक्ष्मीकांत की “Indian Polity” किताब इस टॉपिक के लिए सबसे अच्छी है।
6. विश्व भूगोल और जनसंख्या (World Geography & Population)
इस सेक्शन में दुनिया के नक्शे, प्रमुख देश, नदियाँ, पर्वत, और जनसंख्या से जुड़े तथ्य पूछे जाते हैं। भारत के साथ-साथ विश्व भूगोल की भी थोड़ी जानकारी होनी चाहिए।
उदाहरण प्रश्न: पृथ्वी के वायुमंडल में सबसे ज्यादा कौन सी गैस पाई जाती है?
(a) ऑक्सीजन
(b) आर्गन
(c) नाइट्रोजन
(d) कार्बन डाइऑक्साइड
उत्तर: (c) नाइट्रोजन
टिप: NCERT की भूगोल की किताबें और कोई अच्छा एटलस (Atlas) आपकी मदद करेगा।
7. भारत की वित्तीय, सामाजिक और धार्मिक संस्थाएँ
यह टॉपिक भारत की प्रमुख संस्थाओं पर केंद्रित है। जैसे कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), ब्रह्म समाज, या अन्य सामाजिक सुधार आंदोलन। इनके संस्थापक और उद्देश्य याद रखें।
उदाहरण प्रश्न: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
(a) 1947
(b) 1949
(c) 1935
(d) 1950
उत्तर: (c) 1935
टिप: सामान्य ज्ञान की किताबों में ये तथ्य आसानी से मिल जाते हैं। लूसेंट या अरिहंत की बुक पढ़ें।
8. भारत का भौतिक भूगोल और पर्यावरण (Physical Geography and Ecology of India)
यहाँ भारत की भौगोलिक विशेषताएँ (पहाड़, नदियाँ, जलवायु), वन्यजीव, नेशनल पार्क, और पर्यावरण से जुड़े मुद्दे कवर किए जाते हैं।
उदाहरण प्रश्न: भारत में सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला कौन सी है?
(a) हिमालय
(b) विंध्य
(c) सतपुड़ा
(d) अरावली
उत्तर: (d) अरावली
टिप: भारत के नक्शे को अच्छे से समझें और नेशनल पार्क्स की लिस्ट याद करें।
9. आर्थिक, सामाजिक और जनसांख्यिकीय मुद्दे
यह सेक्शन भारत की जनसंख्या, साक्षरता, लिंगानुपात, गरीबी, बेरोजगारी, और सरकारी योजनाओं (जैसे जन धन योजना) पर आधारित है।
उदाहरण प्रश्न: 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में सबसे कम लिंगानुपात वाला राज्य कौन सा है?
(a) पंजाब
(b) हरियाणा
(c) उत्तर प्रदेश
(d) राजस्थान
उत्तर: (b) हरियाणा
टिप: जनगणना 2011 के मुख्य आँकड़े और सरकारी योजनाओं की लिस्ट बनाकर याद करें।
अगर आप यूपी लेखपाल परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो आप जानते होंगे कि सामान्य हिंदी (General Hindi) का पेपर कितना महत्वपूर्ण है। यह स्कोरिंग विषय है, जिसमें थोड़ी सी मेहनत से आप अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। इसका उद्देश्य केवल आपकी व्याकरण की जानकारी परखना नहीं, बल्कि यह देखना भी है कि आप भाषा का सही और सटीक उपयोग कैसे करते हैं।
लेखपाल सामान्य हिंदी टॉपिक
1. समास
जब दो या दो से अधिक शब्द मिलकर नया शब्द बनाते हैं, तो वह ‘समास’ कहलाता है।
प्रश्न: ‘राजपथ’ में किस प्रकार का समास है?
उत्तर: तत्पुरुष समास
2. संधि
संधि का मतलब है, दो वर्णों या शब्दों के मेल से होने वाला बदलाव।
प्रश्न: ‘महादेव’ का संधि-विच्छेद करें।
उत्तर: महा + देव
3. तत्सम-तद्भव
तत्सम वे शब्द हैं जो सीधे-सीधे संस्कृत से लिए गए हों। तद्भव वे हैं, जो बदलकर आए हैं।
प्रश्न: ‘नयन’ का तद्भव शब्द क्या है?
उत्तर: नैन
4. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
ऐसे वाक्यांश जिनके बदले छोटा/एक शब्द इस्तेमाल किया जाता है।
प्रश्न: जो हमेशा सत्य बोले —
उत्तर: सत्यवादी
5. मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ
मुहावरे/लोकोक्तियाँ बोलचाल को रोचक बनाते हैं, जैसे —